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डेलीहंट से पैसे कैसे कमाए | DailyHunt in Hindi

 नमस्कार दोस्तों !  मै जगतपाल भगत, आज के ऑनलाइन जॉब अलर्ट के ऑनलाइन जॉब्स वर्क फ्रॉम होम (Online Job Work From Home) केटेगरी में आपका स्वागत है | जैसा की आप जानते हैं कि हम अपने ब्लॉग में आपको सरकारी जॉब्स के साथ साथ पैसे कमाने के बहुत सारे तरीके जैसे ऑनलाइन जॉब्स, वर्क फ्रॉम होम जॉब्स (Work from Home), पैसे कमाने वाले एप, पैसे कमाने वाले गेम ऑनलाइन की जानकारी देते रहते है | आज की पोस्ट में भी हम आपको एक ऐसी एप के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको ऑनलाइन पैसे कमाने का मौका देती है | आपने ब्लोगिंग का नाम तो जरुर सुना होगा जिसमे लोग अपनी वेबसाइट या ब्लॉग बनाकर आर्टिकल पोस्ट करते हैं | और उससे पैसा कमाते हैं | लेकिन कुछ लोगों के पास अपनी वेबसाइट नहीं होती है इसीलिए इन्टरनेट पर ऐसे बहुत सारे प्लेटफार्म उपलब्ध हैं जो आपको उनकी वेबसाइट पर पोस्ट या लेख लिखने के पैसे देते हैं उनमे से से एक प्लेटफार्म हैं डेली हंट | जहाँ आपको यूनिक न्यूज़ आर्टिकल को पब्लिश करना होता है | तथा उस आर्टिकल पर मिलने वाले व्यूज तथा लाइक के हिसाब से आपको हर महीने पैसे दिए जाते हैं | आज की पोस्ट “डेलीहंट से पैसे कैसे क

कंप्यूटर क्या है? इसकी परिभाषा, प्रकार, अर्थ और कार्य

कंप्युटर क्या है? Computer 🖥  क्या समझते हैं। क्या आप जानते हैं कि कंप्यूटर क्या है इसकी उपयोगिता एवं विशेषताएँ बताइए गए हैं। अगर आपको Computer के बारे में जानकारी नहीं है। तब इस लेख को जरूर पढ़िए लेख में Computer की पूरी जानकारी बताया गया है। जिसमें हमने बताया कि Computer क्या होता है, Computer का Full Form, Computer की परिभाषा, Computer कैसे काम करता है, Computer कितने प्रकार के होते हैं, Computer का प्रमुख कार्य, Computer का इतिहास, Computer की विशेषता और Computer का उपयोग कहाँ-कहाँ होता है। अगर आप Computer के क्षेत्र में अपना Career बनाना चाहते हैं। तब तो आपको Computer की पूरी जानकारी होनी ही चाहिए। लेकिन अगर आप अपना Career Computer के क्षेत्र में बनाना नहीं चाहते हैं। तब भी आपको Computer की जानकारी होनी चाहिए। क्योंकि आज Computer का उपयोग हर जगह और हर क्षेत्रों में किया जा रहा है। ऐसा कोई कार्य नहीं होगा। जिसमें Computer का प्रयोग नहीं किया जाता हो। ऐसे में अगर आप Computer से Connected रहेंगे या फिर Computer को जानते रहेंगे। तब आपको किसी भी कार्य को करने में आसानी होगी। क्योंकि C

What is Hardware And Software in Hindi: हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्या होते है

HARDWARE AND SOFTWARE IN HINDI:  हम कंप्यूटर की मदद से विभिन्न प्रकार के कार्यों को सुविधापूर्ण सम्पन्न कर सकते है।असल में सभी प्रक्रियाएँ सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की मदद से कि जाती है और एक सेकण्डरी मेमोरी डिवाइस में संग्रहित हो जाती है। सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों का संग्रह है जो एक विशेष प्रयोजन के लिए लिखा गया है। एक प्रोग्राम कुछ भी नहीं बस एक निर्देशों का समूह है जो की किसी एक विशेष प्रोग्रामिंग भाषा में लिखा गया है। हार्डवेयर क्या होते है। कंप्यूटर के वे सभी अंग या भाग जीने हम देख और छू सकते है उन्हें हम हार्डवेयर कहते है इनका भौतिक अस्तित्व होता है। इन सभी को जोड़ कर कंप्यूटर के अंग बनते है जैसे; कीबोर्ड, माउस, केबिनेट, मॉनिटर, प्रिंटर आदि सभी हार्डवेयर है. सॉफ्टवेयर क्या होता है? सॉफ्टवेयर को न तो छू सकते है न ही अपनी आँखों से देख सकते है। इनका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं इस कारण इन्हे केवल समझा जा सकता है। और इन पर महत्पूर्ण जानकारियों पर काम किया जा सकता है। सॉफ्टवेयर के बिना कंप्यूटर केवल एक बक्सा है सॉफ्टवेयर के बिना कोई भी काम नहीं किया जा सकता ना ही इंटरनेट को। इसके अलावा कंप्यूटर को

फंडामेंटल कंप्यूटर हार्डवेयर

 नमस्कार दोस्तो मै जगतपाल आज हम आप सबों के बीच आधुनिक जीवन में प्रचलित कंप्यूटर हार्डवेयर को सामान्य रूप जानेंगे। इस युग में इसके बारे में थोड़े-बहुत जानकारी बहुत जरुरी है। प्रत्येक स्थान पर प्रयोग होने वाली वस्तु समझा जाता है। आइए शुरु करते है........ वर्तमान समय में इस्तेमाल होने वाली पर्सनल कंप्यूटर में साधारण और जटिल दोनो तरह के कंपोनेंट होते हैं। साधारण उन्हे उस तरह से कहा जा सकता है कि कई के विकास की वजह से बहुत से कंपोनेंट मिलकर एक इंटीग्रेटेड कंपोनेंट का निर्माण करते हैं।जिसकी वजह से कंप्यूटर के एक पार्ट का निर्माण होता है।वर्तमान समय में एक पर्सनल कंप्यूटर को एसेंबल करने हेतु जिस कंपोनेंट की जरूरत होती है, वह निम्न है-  मदर बोर्ड :- कंप्यूटर का सबसे ज्यादा सर्किट इसी कंपोनेंट में होता है। इसमें ही रोम से लेकर हार्डडिस्क जैसे सभी भाग जोड़े जाते हैं। प्रोसेसर  :- प्रोसेसिंग के सभी काम इसके ही संभव होते हैं। आज हम जिस पेंटियम शब्द को सुनते हैं वह वास्तव में एक प्रोसेसर का ही नाम है। इसे कंप्यूटर का मस्तिष्क भी कहा जाता है जिसे मदर बोर्ड में लगाया जाता है। रैम (रैन्डम एक्सेस मेमोर

इन्टरनेट ब्राउजिंग एवं उनका ओपरेशन Internet Browsing And Opration

 दोस्तो मै आपका जगतपाल आज हम इस अध्याय में इंटरनेट के बारे में विस्तार रूप से जानेंगें। इंटरनेट क्या है? और उनके ओपरेशन को भी विस्तार रूप  से अध्ययन करेंगें। जिससे पढ़कर आपको कुछ जानकारी प्राप्त हो सके।  इंटरनेट (Internet) विश्व भर में उपलब्ध कंप्यूटर सामान्यतः जब टेलीफोन लाइन और मोॅडेम (Modem) (इंटरनेट से जोड़ने हेतु एक उपकरण) की सहायता से संपर्क में आते हैं तो उनका एक (Network) नेटवर्क स्थापित होता है इसी नेटवर्क से इंटरनेट बना है जिस प्रकार कंप्यूटर पर विभिन्न कार्य हेतु भिन्न प्रकार के सोफ्टवेयर की आवश्यता पड़ती है उसी प्रकार इंटरनेट पर कार्य करने हेतु जिस सोफ्टवेयर की आवश्यकता पढती है, उसे ब्राउज़र कहते हैं।ऐसे ही एक प्रसिद्ध ब्राउज़र (Browser) इंटरनेटर एक्सप्लोरर है। प्रोटोकॉल (Protocol) संदेशो के ऐसे प्रारुप जिन्हे औपचारिक रूप से वर्णित किया जाता है, प्रोटोकोल कहलाते हैं। दो मशीनो के बीच डेटा को आदान-प्रदान के लिए प्रोटोकोल का पालन करना अत्यंत आवश्यक है विभिन्न प्रकार के प्रोटोकोल निम्न है:- 1. POP  (Post Office Protocol) : यह क्लाइंट सर्वर माॅडल पर आधारित होता है। इसका प्रयोग ई

कंप्यूटर का इतिहास History of Computer 🖥

Hello दोस्तो मै जगतपाल आज हम बात करने वाले है आधुनिक युग मे प्रयोग किए जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक यंत्र यानि की उसका इतिहास। इस अध्याय मे कंप्यूटर के आविष्कार से लेकर अब तक की संसोधन विषेश रुप से चर्चा करेंगें। तो चलिए शुरु करते है। वर्तमान समय में प्रचलित सुपर कंप्यूटर का इतिहास लगभग 353 वर्ष पुराना है। सन् 1642 में ब्लेज पास्कल नामक एक फ्रांसीसी गणितज्ञ ने एक मैकेलिक कैल्कुलेशन मशीन का आविष्कार किया, यह मशीन लिवर और गियर पर आधारित था।इसके द्वारा संख्याओ जोड़ा तथा घटाया जाता है,इस मशीन का नाम बलेज पास्कल के नाम पर पडा।  लगभग इसी समय जर्मन दार्शनिक गार्ड फ्रेड वान लेवीनज ने भी ब्लैज पास्कल से मिलती- जुलती मशीन का आविष्कार किया। यही से कंप्यूटर की विचार धारा का उद्गम हुआ और लोगो ने अपने कार्य आसान बनाने हेतु प्रारंभ किए इन प्रयोगो का परिणामस्वरूप आज से लगभग 150 वर्ष पूर्व एक अंग्रेज गणितज्ञ चाल्स बेबेज द्वारा बनाई गई मशीन के रुप में सामने आई। इस मशीन को बेबेज ने सन् 1833 में सार्वजनक प्रयोगो के लिए उत्पादित करना प्रारंभ किया तथा इस मशीन का नाम उन्होने द बेबेज इंजन रखा। इस मशीन के आविष्कार क

परिचय Introduce

 Hello! दोस्तो  मै जगतपाल भगत जिला- गुमला राज्य- झारखंड (835231) का रहने वाला हुं।  मेरी शिक्षा जिला के एक छोटा- विद्यालय जतरा टाना भगत विद्या मंदिर विशुनपुर से हुई है। यहीं पर मैने अपनी पारंभिक और उच्च शिक्षा प्राप्त की। इस विद्यालय मे Kg से 10th तक कलाशें चलती है। यह विद्यालय Rss संघ संस्था द्वारा चलायी जाती है। यह विद्यालय विकास भारती, बिशुनपुर एनजीओ द्वारा संचालित और झारखंड सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। यह कहा जाए तो पूर्ण रुप  से गैर  सरकारी विद्यालय है। इस विद्यालय मे पुरे जिला के लोग दुर-दुर विद्या अर्जन हेतु  विद्यार्थि आते है। यह विद्यालय परिसर बिशुनपुर नदी के किनारे स्थित है। आगे मैने इंटर कॉलेज एस. एस. उच्च विद्यालय भवन बिशुनपुर से किया। जिस में मुख्य विषय कला संकाय पर पढाई  की। यहां मैने दो साल की अवधि पूर्ण किया।  इसके बाद मैने स्नातकोत्तर की शिक्षा के लिए कार्तिक उरांव काॅलेज जिला गुमला मे दाखिल लिया। यहां मेरी शिक्षा अभी लगातार जारी है। मेरी स्नातकोत्तर विषय भूगोल पर हो रही है..... आप सभी को मेरी जीवनी कैसी लगी पढकर जरूर बताए  तो फिर चलिए मिलते है अगले टॉपिक पर......